कहते हैं समय से पहले और वक्त से ज्यादा किसी को कुछ नहीं मिलता पर आपको कैसे पता चलता है कि अभी आपका समय आया ही नहीं है या शायद इससे ज्यादा आपकी किस्मत में लिखा ही नहीं है।
जब तक आप असफल हो रहे होते हो तब तक आप मान कर चलते हो कि शायद अभी आप का वक्त आया ही नहीं इसलिए आपको सफलता नहीं मिल रही होगी और जब आपका वक्त आएगा आप सफल हो जाओगे, पर क्या आप लगातार मिल रही असफलताओं के बाद बस यूं ही आसानी से सफल हो जाओगे??
नहीं,अगर आपको लगातार असफलता मिल रही है तो कहीं ना कहीं कुछ कमी भी होगी, कहीं ना कहीं आप कोई गलती भी कर रहे होंगे और जब तक आप उन कमियों को,गलतियों को दोहराते रहेंगे आप सफल हो ही नहीं सकते आप का वक्त आ ही नहीं सकता।
वक्त आने से मतलब कोई particular month,year या time नहीं होता, वक्त आने का मतलब होता है, आप वह चीज पाने के लायक हो चुके हो,जितनी जल्दी आप अपनी गलतियां सुधारोगे आपका वक्त उतनी जल्दी आएगा और अगर नहीं सुधर पाए तो आपका वक्त आना बहुत मुश्किल है।
हर चीज का अपना एक criteria होता है और वह चीज पाने के लिए हमें वो criteria match करना होता है, उस criteria को match करने का मतलब है आपका वक्त आना। वक्त आना काबिलियत पर निर्भर करता है, आपके अपने सुधार पर निर्भर करता है,गलतियां सुधारिये उस लायक बन उस criteria को match कीजिए जिस चीज को आप पाना चाहते हैं बस आपका वक्त उसी समय आ जाएगा जब आप यह सब कर लोगे।