हम सभी जानते हैं कि देश में एक महामारी का दौर चल रहा है, इस बीमारी से सभी देश तथा उनके नागरिक बहुत परेशान है इसके बचाव के लिए सरकार द्वारा बहुत महत्वपूर्ण कदम उठाया गया पूरे देश में लोकडाउन (lockdown)की स्थिति है सभी अपने घरों में हैं परंतु आप सब ने यह बात सोची है कि यही समय है जब हम सबको अपने बारे में सोचना चाहिए कि यह वह समय है जब हम अपने अंदर को अंदर के टैलेंट को पूरी दुनिया के सामने ला सकते हैं।
यही वह समय है जब हम अपने माता-पिता तथा घर के अन्य सभी सदस्यों को जाने और उन्हें प्यार दे क्योंकि lockdown के बाद सभी अपने कामों में व्यस्त हो जाएंगे किसी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि आप कहां हो? क्या कर रहे हो? बस सभी अपने कार्य में मगन हो जाएंगे आप सभी को बता दूं कि यह है जब हम सब अपने बारे में जान सकते हैं अपने को पहचान सकते हैं, lockdown को आप सब गलत मत समझिए lockdown भी आपको अपनों की कीमत बताएगा।
पहले आपके पास मोबाइल फोन, पैसे सब थे परंतु आप खुद को ही देखो आपने कितने टाइम अपने माता-पिता व भाई बहन से बात की परंतु आज जो कुदरत ने आपको यह अवसर दिया है तो आप इसे सजा समझ रहे हैं ? मनुष्य की अक्सर यह समस्या होती है जो उसके पास होता है वह उस पर कभी ध्यान नहीं देता क्योंकि उसे यह लगता है कि यह मेरा यह मेरे पास है परंतु ऐसा कुछ नहीं होता यही सोच हमें उनसे अलग अलग कर देती है।
फिर भी हमें यही लगता है कि वह मेरा है परंतु जब पता लगता है कि तब तक बहुत देर हो चुकी होती है परंतु हमारे पास जो होता है हम उसको भी खो देते हैं अंत में दोस्तों में यह मैं यह कहना चाहूंगा कि लोग उनको आप सजा मत समझिए और अपने भविष्य के बारे में कुछ नया सोचे और करें।
धन्यवाद
Ashish Bijalwan